Vaishvikaran kya hai | वैश्विकरण क्या है?

Vaishvikaran kya hai यह बात तो सभी विद्यार्थी अवश्य जानते होंगे कि पिछले कुछ वर्षों में हमारा बाजार पूरी तरह बदल गया है इस बदलाव का मुख्य कारण हम यह मान सकते हैं कि हमारे यातायात, संचार तथा उत्पादन तकनीको मे बहुत बड़ा बदलाव आया है

पिछले कुछ वर्षों में वैश्वीकरण यानी जिसे हम भूमंडलीकरण भी कहते हैं शब्द का इस्तेमाल खूब किया जाने लगा है क्योंकि यह एक ऐसा विषय है जिसे समझना अति आवश्यक है और लेखक भी यह बात मानते हैं कि अंतरराष्ट्रीय संबंधों को समझने के लिए वैश्वीकरण के प्रभावों को समझना अति आवश्यक है

यह बात सभी विद्यार्थी मानने लगे हैं कि वैश्वीकरण के प्रभावों के कारण हमारे जीवन में अनेक परिवर्तन आए हैं जैसे दैनिक जीवन में अनेक प्रकार के कार्य, हमारा खान-पान, पहनावा व इसके अतिरिक्त सभी क्रियाकलाप में परिवर्तन हुआ है

उदाहरण के रूप में जींस, बर्गर, पिज़्ज़ा जैसी चीजें हमारी परंपराओं का हिस्सा नहीं है परन्तु आज के समय में यह चीजे हमारे जीवन की प्राथमिक वस्तुएं है यह सब वैश्वीकरण का ही एक प्रभाव है जो पश्चिमी सभ्यता से भारत में भी अपनाया गया है

वैश्वीकरण की परिभाषा

Globalization definition in hindi वैसे तो वैश्वीकरण की कोई सटीक परिभाषा नहीं है परंतु इस निति को हम इस प्रकार से परिभाषित कर सकते हैं

  • परिभाषा 1 – पूंजी, वस्तुओं, सेवाओं, विचारों व अन्य चीजों का एक देश से दूसरे देश में स्वतंत्र प्रभाव की प्रक्रिया ही वैश्वीकरण कहलाती हैं
  • परिभाषा 2 – इसे हम इस प्रकार से भी परिभाषित कर सकते हैं “एक ऐसी प्रक्रिया जिसमें दो देश पूंजी, विचारों, वस्तुओं, सेवाओं और व्यवसायिक गतिविधियां के माध्यम से आपस में जुड़े होते हैं उसे हम वैश्वीकरण या भूमंडलीकरण भी कह सकते हैं”
  • परिभाषा 3 – “वैश्वीकरण हम उस प्रक्रिया को भी कह सकते हैं जिसमें पूरा विश्व किसी न किसी माध्यम से एक दूसरे से जुड़ा होता है तथा आपस में एक दूसरे की चीजों वस्तुओं व दैनिक क्रियाकलापों को अपनाते हैं”
    उदाहरण के तौर पर भारत में फास्ट फूड और टी शर्ट जींस जैसी विदेशी चीजों का प्रचलन
  • परिभाषा 4 – भूमंडलीकरण की एक परिभाषा में इस प्रकार से दे सकते हैं कि किसी भी देश, क्षेत्र या स्थान की वस्तु, तकनीक, पूंजी व सभ्यता का वैश्विक स्तर पर फैलाव ही ग्लोबलाइजेशन या वैश्वीकरण कहलाता है

वैश्वीकरण का अर्थ क्या है?

Globalization meaning in hindi वैश्वीकरण एक प्रक्रिया है जिसे हम इस प्रकार से समझ सकते हैं

  • यदि हम इस प्रक्रिया का एक शब्द में अर्थ की बात करें तो इसका साधारण सा अर्थ निकल कर सामने आता है जिसका अर्थ है प्रवाह यानी फैलाव
  • फैलाव या प्रवाह कई प्रकार से हो सकता है जैसे किसी भी एक देश स्थान की पूंजी का अन्य कई देशों में पहुंचना
  • दूसरा किसी भी एक स्थान देश या क्षेत्र की वस्तु का अन्य किसी देश में पहुंचना
  • किसी देश की सभ्यता संस्कृति का अन्य किसी देश में पहुंचना
  • किसी एक देश या क्षेत्र के व्यक्तियों का अन्य किसी देश में पहुंचना जिससे वे एक अच्छे रोजगार की तलाश कर सके या उत्पादन के नए विकल्पों की खोज कर सकें

उपरोक्त दिए गए क्रियाकलापों की प्रक्रिया ही वैश्वीकरण का एक सही अर्थ माना जा सकता है और इन क्रियाकलापों के अंतर्गत ही ग्लोबलाइजेशन का सही अर्थ छुपा हुआ है

भूमंडलीकरण या वैश्वीकरण के मुख्य कारण

भूमंडलीकरण एक ऐसी प्रक्रिया है जो पड़ोसी देशों या अन्य देशों के क्रियाकलापों या घटनाओं का किसी एक देश पर पड़ने वाले प्रभाव को कहा जाता है

  • इसका एक मुख्य कारण यह है कि यदि किसी देश में कोई घटना घटित होती है तो उसका प्रभाव उसके समीप वाले देशों या अन्य देशों पर पड़ता है
  • वैश्विक स्तर पर की जाने वाली औद्योगिक गतिविधियां भी इसका एक बड़ा कारण है
  • लोगों का एक देश से अन्य देश में जाना है उनके आपसी संपर्क की भावना इस प्रक्रिया को बढ़ावा देती है
  • वैश्विक स्तर पर घटित होने वाली पर्यावरण से संबंधित समस्याएं जैसे ग्लोबल वॉर्मिंग, जलवायु परिवर्तन, सुनामी आदि मे मिलने वाली अंतरराष्ट्रीय मदद भी इसका एक कारण माना जा सकता है
  • इस प्रक्रिया का एक सबसे बड़ा कारण यह है कि देशों में वैज्ञानिक आविष्कार हुए और कंप्यूटर, इंटरनेट, टेलीफोन, टेलीग्राफ व अन्य संचार साधनों का विकास हुआ जिसके नकारात्मक और सकारात्मक प्रभाव आज हमें देखने को मिल रहे है
  • आज के समय की विकसित और एडवांस टेक्नोलॉजी वैश्वीकरण निति के उदय का एक प्रमुख कारण मानी जा रही है
  • टेक्नोलॉजी के विकास के कारण ही एक देश से अन्य देशों में लोगो, विचारों, वस्तुओं व पूंजी का प्रभाव बढ़ा है

वैश्वीकरण या भूमंडलीकरण के प्रभाव

1 – Vaishvikaran ke rajnitik prabhav

राजनीतिक सकारात्मक प्रभाव

  • वैश्वीकरण का एक मुख्य प्रभाव यह है कि इसके कारण राज्यों की काम करने की क्षमता व ताकतों में बढ़ोतरी देखने को मिली है
  • इसके कारण राज्यों की सुरक्षा से संबंधित सोचने के नजरिए में गहरा बदलाव देखने को मिला है
  • राजनीति के स्तर पर होने वाले संघर्ष या अन्य समस्याएं को नियंत्रित करना इतना जटिल नहीं रह गया है
  • नागरिकों के विकास के लिए राज्य विकसित प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर सकते हैं तथा नागरिकों से संबंधित महत्वपूर्ण सूचनाएं जुटा सकते हैं
  • राज्यों के पास नागरिकों से संबंधित महत्वपूर्ण सूचनाएं होने का प्रत्यक्ष परिणाम यह होगा कि वे इससे संबंधित बेहतर काम कर सकते हैं
  • भूमंडलीकरण का एक राजनीतिक प्रभाव यह है कि इससे राज्यों की कार्य करने की क्षमता मे खास बढ़ोतरी देखने को मिली है

राजनीतिक नकारात्मक प्रभाव

  • यदि कोई भी राज्य कल्याणकारी कार्य में कमी करते हैं तब भी उनकी प्रभुसत्ता समाप्त होना संभव नहीं है
  • इस निति के प्रभाव के कारण राज्यों की फैसला लेने की ताकत में कमी देखने को मिली है क्योंकि राज्य अपने दम पर स्वतंत्र रूप से फैसला नहीं ले सकते
  • लोक कल्याणकारी राज्य के स्थान पर वर्तमान में बाजार ही एक ऐसी वास्तविकता है जो सामाजिक तथा आर्थिक प्राथमिकताओं का मुख्य निर्धारक बन गया है
  • इसका एक प्रभाव यह है कि इससे राज्यों की शक्तियां सिमट गई हैं क्योंकि उनके पास कुछ सीमित कार्य ही बच गए हैं जैसे सामाजिक लोगों की सुरक्षा व कानून व्यवस्था की रक्षा करना आदि
  • इसके प्रभाव के कारण प्रभुसत्ता के भाव को भारी नुकसान पहुंचा है
  • इसका एक प्रभाव यह है कि कुछ हस्तक्षेपकारी राज्य ने कल्याणकारी राज्य की धारणा का स्थान ले लिया है

2 – Vaishvikaran ke arthik prabhav

आर्थिक सकारात्मक प्रभाव

  • सेवाओं और वस्तुओं का एक देश से दूसरे देश में बेरोकटोक प्रवाह होने लगा है
  • इसके अनेक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष प्रभावों में से एक मुख्य प्रभाव यह है कि इसके कारण विश्व बैंक, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष, विश्व व्यापार संगठन आदि ऑर्गेनाइजेशंस का महत्व और भी अधिक बढ़ रहा है
  • इसके कारण लोगों की गतिशीलता में भी वृद्धि देखने को मिल रही है तथा पूंजी का स्वतंत्र प्रवाह भी हो रहा है
  • आयात के लिए विभिन्न देशों के बीच प्रतिबंधों में भी कमी देखने को मिल रही है
  • बड़े-बड़े निवेशकर्ताओं के लिए अनेक अवसर सामने आए हैं जिससे वे अपनी पूंजी का निवेश कर अधिक से अधिक लाभ कमा सकते हैं
  • जिन देशों में उद्योग स्थापित कर निवेश किया गया है वहां के स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी प्राप्त हुए हैं
  • व्यापार बढ़ने से लोगों के समक्ष नए-नए अवसर उभर कर आए हैं

आर्थिक नकारात्मक प्रभाव

  • इसके कारण कल्याणकारी खर्चों में कटौती देखने को मिल रही है
  • इसके कारण देशों में उत्पादन तो बड़ा है परंतु रोजगार के अवसरों में कोई विशेष बढ़ोतरी देखने को नहीं मिली
  • इसका नकारात्मक प्रभाव यह है कि पश्चिमी सभ्यता के कारण एशियाई और अफ्रीकी समाज की संस्कृति बिगड़ रही है
  • यह नीति अनेक देशों की प्रभुसत्ता के लिए खतरे के रूप में मंडरा रही है
  • इसके नकारात्मक प्रभाव में से एक मुख्य प्रभाव यह है कि इस नीति के कारण सरकार अपनी जिम्मेदारियां सही रूप से नहीं निभा पा रही है जिस कारण जो लोग सरकार की न्याय प्रणाली पर निर्भर है उन लोगों पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है
  • इस नीति के कारण गरीब लोग और भी गरीब होते जा रहे हैं तथा अमीर लोग और भी अमीर यानी यह नीति अमीरों और गरीबों के बीच की खाई को चौड़ा कर रही है
  • आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कुछ अर्थशास्त्रियों द्वारा इस नीति को उपनिवेशीकरण का भी नाम दिया गया है
  • कोई भी छोटा निवेशक विदेशों में वीजा प्राप्त कर वहां अपना कार्य स्थापित नहीं कर सकता क्योंकि उन्होंने अपनी वीजा नीति के जरिए व्यवसायिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाया है जिससे वहाँ के नागरिकों के लिए रोजगार से संबंधित कोई समस्या उत्पन्न ना हो

3 – Vaishvikaran ke sanskritik prabhav

सांस्कृतिक सकारात्मक प्रभाव

  • वैश्वीकरण के प्रभाव से लोगों के लिए खानपान, पहनावे व दैनिक क्रियाकलापों में इस्तेमाल की जाने वाली वस्तुओं के विकल्प बढ़े हैं
  • पश्चिमी संस्कृति से संबंधित वस्तु और सेवाओं में भी बढ़ोतरी देखने को मिली है
  • सांस्कृतिक वैभिन्नीकरण हुआ है यानी हमने पश्चिमी सभ्यता से कुछ अच्छी चीजों को अपनी संस्कृति में अपनाया है
  • लोगों की कार्यक्षमता व सोचने के तरीकों में भी कुछ सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिले है

सांस्कृतिक नकारात्मक प्रभाव

  • इसके कारण कुछ पूंजीवादी आदर्शों और उपभोक्तावादी संस्कृति को बढ़ावा मिला है जिसके परिणामस्वरूप भारतीय संस्कृति को प्राथमिकता में कमी देखने को मिल रही है
  • इससे विभिन्न देशों की संस्कृति भिन्नता बढ़ती है जिससे कुछ सामाजिक स्तर के नकारात्मक परिवर्तन भी देखने को मिलते हैं
  • हम यह कह सकते हैं कि इस नीति के प्रभाव के कारण भारतीय संस्कृति की पवित्रता या मौलिकता पर कुछ नकारात्मक प्रभाव देखने को मिले है
  • अधिकतर भारतीय लोग संपन्न देशों की संस्कृतियों को अपना रहे हैं जिससे भारतीय संस्कृति की मौलिकता पर दाग लग रहा है
  • भारतीय लोग अपने धार्मिक व सांस्कृतिक पर्व की तुलना में वैलेंटाइन दिवस को अधिक महत्व देते हैं
  • यह सत्य है कि पश्चिमी संस्कृति भारतीय संस्कृति या अन्य संस्कृति को समाप्त नहीं कर सकती परंतु पश्चिमी सभ्यता अन्य देशों की सभ्यता के ऊपर भारी जरूर पड रही हैं जिसे हम मैक्डोनाल्डीकरण भी कहते हैं

वैश्वीकरण सारांश

  • सभी विद्यार्थी यह बात अवश्य जानते होंगे कि बहुराष्ट्रीय कंपनियां यानी मल्टीनैशनल कंपनीज की ताकत बहुत अधिक होती है वे इतनी अधिक पूंजी के मालिक होते हैं कि उनके पास किसी देश की अर्थव्यवस्था के मूल्य से भी अधिक संपत्ति होती है
  • इसलिए हमें बहुराष्ट्रीय कंपनियों को बेरोकटोक व बिना नियमों के कार्य करने व उद्योगों को स्थापित करने की स्वतंत्रता नहीं देनी चाहिए
  • वैश्वीकरण के नकारात्मक व सकारात्मक दोनों प्रकार के अनेक प्रभाव देखने को मिल रहे हैं और यह एक ऐसी नीति है जिसको समझना अति आवश्यक है क्योंकि बिना इस नीति के समझे अंतरराष्ट्रीय संबंधों व इसके प्रभावों को समझना असंभव सा है
  • भारत द्वारा भी वैश्वीकरण की नीति का विरोध किया गया है क्योंकि भारत के खेतों, बैंकों, लघु उद्योगों व छोटे व्यापारी को भी अन्य देशों के नियंत्रण में ले जाने की तैयारी है
  • इसलिए भारत को इस पर गहन अध्ययन कर इस नीत को समझ कर इससे सावधान रहने की जरूरत है इसलिए हमें बहुराष्ट्रीय कंपनियों को नियमों के दायरे में रखकर उन्हें बेरोकटोक उद्योग स्थापित करने व कार्य करने से रोकना होगा

इसी के साथ देश की सरकारों का यह कर्तव्य बनता है कि जो लोग आर्थिक रूप से कमजोर हैं उनके लिए मूलभूत सुविधाएं रोजगार स्वास्थ्य तथा शिक्षा से संबंधित अवसरों का विकास करना जिससे वैश्वीकरण नीति के दुष्प्रभावों का उन लोगों पर गहरा प्रभाव ना पड़े और वे लोग सुरक्षित रहे|