Berojgari par nibandh in hindi : बेरोजगारी पर निबंध

Berojgari par nibandh in hindi, दोस्तों जैसे कि आप जानते हैं कि बेरोजगारी हमारे भारत देश में लगातार बढ़ती जा रही है यह एक ऐसी गंभीर समस्या बन गई है कि इसके कारण प्रतिवर्ष लाखों युवा बुजुर्ग वह महिलाएं भी आत्महत्या कर लेते हैं

इसलिए आज के आर्टिकल में हम आपको (essay on unemployment in hindi) बेरोजगारी पर एक निबंध प्रदान करने जा रहे हैं जिसकी सहायता से आप अपना होमवर्क कर सकते हैं जो आपके विद्यालय के टीचर ने आपको दिया है या अपनी परीक्षा के लिए भी इस निबंध का इस्तेमाल कर सकते हैं चलिए शुरू करते हैं इस (unemployment essay in hindi) विषय पर निबंध|

प्रस्तावना

बेरोजगारी हमारे भारत देश की एक बहुत ही बड़ी समस्या बनती जा रही है और इसका प्रमुख कारण हमारी शिक्षा प्रणाली और जनसंख्या वृद्धि है दोस्तों बेरोजगारी एक ऐसी समस्या है जो केवल सरकार के प्रयासों से ही समाप्त नहीं की जा सकती इसके लिए हमारे पेरेंट्स स्वयं युवा और हमारे शिक्षक जिम्मेदार हैं क्योंकि व्यक्ति की शुरुआती शिक्षा के दौरान ही हमें इस समस्या से अवगत होना चाहिए और हमारे शिक्षक माता-पिता को इस बारे में जागरूकता होनी चाहिए

जिससे कि वह हमें बता सके कि आपको किसी भी अच्छी स्केल बिजनेस या स्टार्टअप के बारे में सोचना है जिससे आप खुद तो रोजगार प्राप्त कर ही सके बल्कि दूसरे लोगों को भी रोजगार दे सकें क्योंकि जब युवाओं की शुरुआती शिक्षा के दौरान उन्हें बेरोजगारी की समस्या के बारे में पता ही नहीं होगा तो वह इस विषय पर काम नहीं कर सकेंगे

और उनको लगेगी कि हमारा जीवन केवल इसी प्रकार से चलता है परंतु जब उन्हें यह पता चल जाएगा कि भविष्य में बड़े होकर अच्छी शिक्षा प्राप्त कर हमें एक अच्छा बिजनेस शुरू करना है या फिर अच्छी जॉब लेनी है तो उसके लिए हमारी स्किल शिक्षा या बिजनेस प्लान बहुत जरूरी है

बेरोजगारी का एक प्रमुख कारण हमारी शिक्षा प्रणाली भी है क्योंकि वहां पर व्यक्ति की रुचि के बिना ही उसे अनेक प्रकार के विषयों को पढ़ने के लिए दे दिया जाता है ऐसा होना चाहिए कि युवा को उसकी रुचि के अनुसार ही शिक्षा प्रदान करनी चाहिए जिस व्यक्ति की कंप्यूटर में रुचि है

तो उसे व्यक्ति को कंप्यूटर से संबंधित विषयों को पढ़ने का ही अवसर देना चाहिए या अनीश व्यक्ति को राजनीति इकोनामी जैसे विषयो में इंटरेस्ट है तो उन्हें इन्हीं विषयों को पढ़ने का अवसर देना चाहिए

जिससे कि वह उन आइडिया को क्रिएट कर सके जिससे कि उसे ज्ञान का इस्तेमाल किसी बिजनेस को शुरू करने या किसी को सेवा देने या किसी अन्य जगहों पर इस्तेमाल किया जा सकता है क्योंकि अधिकतर युवाओं को तो यह पता भी नहीं होता है

कि हम अपने जीवन में क्या-क्या कर सकते हैं हमारे पास क्या-क्या विकल्प है क्योंकि ज्यादातर लोग यहां पर उन विषय को हो चुन लेते हैं जिनके बारे में वह जानते तक नहीं है क्योंकि उनका मित्र कर रहा है तो वह भी कर लेंगे वह सिर्फ सिक्योरिटी देखते हैं ग्रोथ नहीं देखते,

बेरोजगारी की समस्या क्यों

दोस्तों बेरोजगारी का कोई एक कारण नहीं है जिसे हम डिफाइन कर सके इसके अनेक कारण हमारे सामने आ रहे हैं आज के इस बदलते दौर में आधुनिकरण या मशीनीकरण भी एक बहुत बड़ा कारण है बेरोजगारी का क्योंकि अधिकतर चीज मॉडर्न टेक्नोलॉजी के द्वारा की जा रही हैं

और उसे तरीके के काम भी नहीं रहे क्योंकि अधिकतर युवा हमारे भारत देश में अनपढ़ और अनिष्किल है जिस कारण वह किसी भी इंडस्ट्री दुकान या किसी भी कार्य में आसानी से सूट नहीं हो पाते हैं

क्योंकि अगर कोई व्यक्ति किसी भी प्रकार की सेवा कार्य या कुछ परिश्रम नहीं कर सकेगा तो इनकम का आना लगभग मुश्किल हो जाता है इसलिए अगर हमें बेरोजगारी से जीतना है तो हमें अपनी स्किल पर काम करना जरूरी होगा

भारत की शिक्षा प्रणाली भी बेरोजगारी का एक बहुत बड़ा कारण है क्योंकि हमारी शिक्षा प्रणाली लगभग कुछ उसे प्रकार की है जहां पर जॉब्स को क्रिएट करना और लोगों को जॉब प्रोवाइड करना जिससे कि वह सरलता से उसे इंडस्ट्री उसे क्षेत्र में काम कर सके या

उन्हें उसे विषय पर ज्ञान हो वह थोड़ा मुश्किल है क्योंकि हमारी शिक्षा प्रणाली में बहुत ज्यादा परिवर्तन करने की आवश्यकता है जिस कारण बच्चे शिक्षित तो हो रहे हैं परंतु उनके अंदर स्किल डेवलप नहीं हो रही है

तीसरी चीज है जागरूकता में कमी दोस्तों जागरूकता में कमी भी बेरोजगारी की एक बहुत बड़ा कारण है क्योंकि लोग जानते ही नहीं है कि आने वाले समय में उन्हें किस प्रकार की समस्याओं का सामना करना होगा और किस प्रकार की जॉब करनी होगी यानी उन्हें धन भी कमाना होगा और यह है

जीवन में अति आवश्यक है क्योंकि वह सोचते हैं कि स्कूल जाकर होमवर्क करना ही शिक्षा का महत्वपूर्ण पाठ है परंतु ऐसा नहीं है व्यक्ति को युवा आयु से ही अपने बिजनेस या स्किल पर काम करना स्टार्ट कर देना चाहिए जिससे कि वह रोजगार प्राप्त कर सकें या किसी सेवा सर्विस में सम्मिलित हो सके

बेरोजगारी एक बहुत बड़ा कारण में शिक्षकों पर डाल देना चाहता हूं क्योंकिउन्हें विद्यार्थियों को पहले ही वर्णन करना चाहिए सचेत करना चाहिए जागरूक करना चाहिए जिससे कि सभी युवा जाग जाए और एक्टिव हो जाए अपने रोजगार को लेकर क्योंकि जब भी युवा वर्ग शिक्षा की बात करता है तो केवल डेफिनेशन को रखना वह शिक्षा मानता है

क्योंकि फिजिकल इनकम जेनरेशन प्रोसेस से उसका दूर-दूर तक कोई लेना नहीं होता है और फिर शिक्षा प्रणाली समाप्त करने के बाद वह युवा वर्ग जॉब्स की तलाश करता है और वहां पर कंपनी उसकी स्किल्स को चेक करती है या फिर अगर आप प्राइवेट जॉब करना चाहते हैं

या फिर अपना बिजनेस करना चाहते हैं तो वहां पर भी आपको पूरा स्टार्टअप करना होता है क्योंकि प्रोडक्ट मैन्युफैक्चरिंग प्रोडक्ट इन सीलिंग जैसी चीजों में भी आपको बहुत ज्यादा ज्ञान होना चाहिए और उसके लिए भी काफी समय लग जाता है|

इसके अतिरिक्त हमारे उद्योगों को की भी कहीं ना कहीं गलती हो जाती है बेरोजगारी के कारण में

क्योंकि हमारा मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस उसे तरह का होता जा रहा है कि ज्यादातर काम मशीन से होता है क्योंकि मशीन केवल एक या दो व्यक्ति ही ऑपरेट कर सकते हैं और जो प्रोडक्शन होगा वह लाखों लोगों का एक मशीन ही कर सकती है

जिसके कारण प्राइवेट तो सारे मैन्युफैक्चर हो रहे हैं लेकिन रोजगार घट रहा है इसलिए हमारी सरकार को कुछ इस प्रकार के उद्योग भी शुरू करने की आवश्यकता है जहां पर श्रम बल से अधिक उत्पादन हो सके और लोग रोजगार में सम्मिलित हो सके

श्रमबल और मशीनीकरण से प्रोडक्शन में बहुत ही अंतर आ जाता है क्योंकि मशीन लगाने के बाद मशीन लाखों लोगों का काम सालों साल करके दे देती है जिस की प्रोडक्शन वैल्यू भी कम रहती है और मैन्युफैक्चरिंग बढ़ जाती है इसलिए श्रम बाल को कहीं ना कहीं दबा दिया जाता है क्योंकि श्रम बल किसी भी उत्पादन इंडस्ट्री के लिए महंगा पड़ता है

इंपोर्ट बंद कर देना चाहिए

अगर बेरोजगारी से जीतना है तो हमें फॉरेन कंट्री से इंपोर्ट करना बंद कर देना चाहिए क्योंकि हमें अपने भारत में ही ऐसे उद्योग ऐसी स्किल्स को डेवलप करना चाहिए जिससे कि हमारे युवाओं को लोगों को उसे सर्विस सेवा उत्पादन की जानकारी हो कि वह क्या उत्पादन कर रहे हैं

और किस प्रकार से उत्पादन कर सकते हैं अगर हम युवाओं को इस प्रकार की शिक्षा प्रदान कर सकेंगे तो हमारा दूसरे देशों से इंपोर्ट बंद हो जाएगा और हम सेल्फ मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस में शामिल हो जाएंगे जिससे कि हमारे युवाओं को रोजगार में सहायता मिलेगी|

भारत में बेरोजगारी का एक बहुत बड़ा कारण तकनीकी शिक्षा में कमी भी है क्योंकि अधिकतर युवा अपने मित्रों को देखकर गैर तकनीकी विषय प्राप्त कर लेते हैं और उनमें शिक्षा प्राप्त करते हैं शिक्षा समाप्त होने के बाद अधिकतर मित्र तो अपना व्यापार कर लेते हैं और कुछ उनमें से सरकारी नौकरी की तैयारी में जुट जाते हैं जिनमें से कुछ होकर सिलेक्शन होता है

और अन्य बच्चे सभी लोग बेरोजगार रह जाते हैं क्योंकि उनमें ऐसा किसी भी प्रकार का ज्ञान नहीं होता है जिससे वह तकनीकी क्षेत्र कंपनियां उद्योगों या ऑनलाइन कंपनियों में वर्क कर सके क्योंकि उसके लिए तकनीकी ज्ञान या तकनीकी शिक्षा होना अति आवश्यक है यही कारण है कि वे सभी लोग तकनीकी शिक्षा प्राप्त नहीं कर पाते हैं और बेरोजगार रह जाते हैं इसका एक कारण हमारी शिक्षा पद्धति भी है|

ग्रामीण क्षेत्र की जनसंख्या अधिकतर बेरोजगार इसलिए रह जाती है क्योंकि वहां पर मौसमी बेरोजगारी ज्यादा प्रबल होती है ऐसा इसलिए होता है कि एक तो वहां पर शिक्षा का अभाव होता है दूसरी तरफ कार्य भी कुछ इस प्रकार के होते हैं जो मौसम यानी सीजन वाइस चलते हैं जैसे कि ईट बनाने वाला भट्ट, फसलों की बुवाई और कटाई, गन्नू से गुड़ बनाने वाले कलेसर या के अतिरिक्त अन्य कार्य

इस प्रकार के कार्य कुछ महीने या सीजन एक मौसम अवधि के दौरान ही चलते हैं और फिर उसके बाद वहां कार्य कर रहे मजदूर आदमी बेरोजगार हो जाते हैं जब तक कि वह कार्य दोबारा शुरू नहीं होते|

बेरोजगारी से कैसे बचा जा सकता है बेरोजगारी से बचने के लिए हम यहां पर बहुत सारे बिंदु प्रदान करने जा रहे हैं जहां पर पॉइंट वाइज पॉइंट हमने डिस्क्राइब किया है कि आप किस प्रकार से बेरोजगारी से निजात पा सकते हैं

बेरोजगारी को समाप्त करने के लिए सबसे पहले सरकार को इसे गंभीरता से लेकर इस विषय पर कार्य करने की आवश्यकता है और नई-नई नीतियों को बनाकर लोगों को समर्थन करें कि आप इस प्रकार से बेरोजगारी से निजात पा सकते हैं या आप इस प्रकार से कार्य कर सकते हैं किसी भी क्षेत्रीय सर्विस सेक्टर में दूसरे नंबर पर आता है कि

हमें भारत के शिक्षा प्रणाली में तकनीकी ज्ञान को बहुत अधिक बढ़कर सम्मिलित करना होगा जिससे लोगों को तकनीकी ज्ञान की जानकारी होगी और वह अपनी सेवाएं स्किल और नॉलेज के बलबूते पर नए स्टार्टअप्स सेवाएं प्रोडक्शन जैसी चीज कर पाएंगे हमें उत्पादन के उन तरीकों को बदलने की आवश्यकता है जहां पर मशीनों द्वारा किया गया उत्पादन महंगा होता है श्रम बल से किए गए उत्पादन की तुलना में

भारत के युवाओं को यह शिक्षित करने और बेरोजगार बनाने के लिए गरीबी भी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है इसलिए हमारी सरकार को इस प्रकार की नीति पॉलिसी बनानी चाहिए जिससे कि हमारे विद्यार्थियों को जो पढ़ने के इच्छुक हैं और

किसी विशेष क्षेत्र में कुछ करने के इच्छुक है उन्हें लोन आदि मोहल्ला किया जा सके सरलता से क्योंकि पॉलिसीज बहुत होती है परंतु वहां पर लोन आसानी से नहीं मिल पाता है जिस कारण बच्चे अपना हौसला तोड़कर बेरोजगारी को गले लगा लेते हैं

फाइनेंशियल सपोर्ट ना होने के कारण बच्चा अपनी पारिवारिक स्थिति को इग्नोर नहीं कर पता है क्योंकि समस्या ज्यादा होने लग जाती है जिस कारण वह व्यक्ति अनपढ़ रह जाता है या फिर कम पढ़ा लिखा रह जाता है जिस कारण बेरोजगारी चरम पर पहुंच जाती|

निष्कर्ष :

दोस्तों आप जानते हैं कि हमारा यह विषय बेरोजगारी है और हम इसके बारे में जान रहे हैं और इस समस्या को समझते हुए इसके निदान पर विचार विमर्श कर रहे हैं इसलिए निष्कर्ष में इस विषय पर चार शब्द हम इस प्रकार से लिख सकते हैं की बेरोजगारी समाप्त करना कोई सरल कार्य नहीं है कई सालों से यह समस्या चलती आ रही है

और 1 साल में इस समस्या को समाप्त नहीं किया जा सकता और इसका मतलब यह है नहीं है कि हम इस पर काम ना करें तो सामान्य से बात यह रहेगी कि हमारी सरकार को गरीबी उत्पादन तकनीकी शिक्षा प्रणाली जैसे क्षेत्रों में कार्य करने की आवश्यकता है इसके अतिरिक्त युवाओं को जागरुक होकर अपने भविष्य के लिए सोच कर कठिन परिश्रम करने की आवश्यकता है तब जाकर हम सब मिलकर बेरोजगारी की समस्या से लड़ सकते हैं और इस समस्या से निजात पा सकते हैं|