10 Lines on Ambedkar Jayanti in Hindi | अंबेडकर जयंती पर 10 लाइन

10 Lines on Ambedkar Jayanti in Hindi, जैसा की आप सभी विद्यार्थी जानते हैं कि प्रतिवर्ष 14 अप्रैल को हम सभी भारत के प्रसिद्ध व्यक्ति डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जयंती मनाते हैं यानी उनका जन्मदिन मनाते हैं इसी उपलक्ष में आज हम इस आर्टिकल में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर से संबंधित महत्वपूर्ण 10 लाइन प्रदान करने जा रहे हैं आशा करते हैं आपको 10 लाइन में प्रदान की गई इनसे जुड़ी मुख्य और महत्वपूर्ण जानकारी पसंद आएगा|

  • डॉक्टर भीमराव अंबेडकर भारत के बहुत ही प्रसिद्ध और तेजस्वी व्यक्ति थे
  • अंबेडकर जी का जन्म मध्य प्रदेश राज्य के महू नगर में 14 अप्रैल 1928 में हुआ था
  • डॉक्टर भीमराव अंबेडकर दलित परिवार से संबंधित थे
  • इन्होंने अपने जीवन में अनेक प्रकार की किताबें भी लिखीं जिनमें से मुख्य हैं जाति प्रथा का विनाश, भारतीय संविधान, कास्ट इन इंडिया, अंबेडकर ओवरव्यू, शूद्रों की खोज, द प्रॉब्लम ऑफ द रुपी आदि
  • इनकी माता जी का नाम भीमाबाई था और इनके पिता का नाम रामजी मलोजी सकपाल था
  • अंबेडकर जी के पिता ब्रिटिश भारतीय सेना के सूबेदार थे
  • अछूत लोगो की रक्षा और उनके अधिकारों के लिए इन्होंने जीवन भर अध्ययन किया और समाज में उन्हें महत्व दिलाया
  • समाज में अंबेडकर जी का योगदान अतुल्य है
  • इन्हें भारतीय संविधान का निर्माता और कुछ लोग इन्हें ईश्वर समान मानते हैं
  • यदि बात करें मृत्यु की तो भारत के एक महान तेजस्वी और प्रतिभाशाली व्यक्ति का निधन मधुमेह बीमारी के कारण 6 दिसंबर 1956 को हुआ था
  • ऐसा माना जाता है कि अंबेडकर जी अछूत लोगों में से मैट्रिक पास करने वाले पहले व्यक्ति थे
  • इनके जन्मदिन को प्रतिवर्ष अंबेडकर जयंती के रूप में बड़ी धूमधाम और उत्साह से मनाया जाता है
  • इनके जन्म दिवस पर भारत के सभी विद्यालयों विश्वविद्यालयों और अन्य प्रकार के सभी सरकारी और गैर सरकारी शैक्षणिक संस्थानों में उत्सव मनाया जाता है और इनके संघर्ष बलिदान और व्यक्तित्व को याद किया जाता है
  • यह वे महान व्यक्ति थे जो मनुष्य को मानसिक रूप से बहुत अधिक प्रोत्साहित करते हैं और प्रेरणा का स्वरूप बनते हैं
  • इनका संघर्ष और सफलता है हमें यह बोध कराती है कि मनुष्य के जीवन में कुछ भी असंभव नहीं है
  • समाज में छुआछूत जाति अन्य प्रकार की कुरीतियों के कारण इन्हें अनेक प्रकार के संघर्ष झेलने पड़े और उन्होंने कई अपमान भी सहे
  • परंतु अपने दृढ़ निश्चय के कारण इन्होंने सभी कुरीतियों को नजरअंदाज करते हुए जीवन में सफलता हासिल की और अपने हक से वंचित लोगों को भी आरक्षण शिक्षा व अन्य प्रकार की चीजें प्रदान की|