Importance of trees in Hindi | पेड़ों का महत्व – पर्यावरणीय, सामाजिक, आर्थिक और धार्मिक

Importance of trees in Hindi आप यह जानते हैं कि हम प्रतिवर्ष 5 जून को पर्यावरण दिवस मनाते हैं इस दिन हमें अधिक से अधिक वृक्ष लगाने का संकल्प लेना चाहिए तथा अपनी टीम के सदस्यों की सहायता से अधिक से अधिक वृक्ष लगाने चाहिए तथा लोगों को उनके महत्व के बारे में बताना चाहिए|

ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक वृक्ष होने के कारण वहां इस प्रकार के कार्यों की अधिक आवश्यकता नहीं है परंतु शहरी क्षेत्र में कुछ क्षेत्र और जमीन इस प्रकार की रिजर्व होनी चाहिए कि जहां वृक्ष रोपित किया जा सके, आपकी जानकारी के लिए बता देगी हरे-भरे पेड़ और शुद्ध भोजन लाखों बीमारियों से बचाता है और यह हमारे मैजिकल डॉक्टर हैं|

पर्यावरणीय स्तर पर पेड़ों का महत्व

Environmental importance of trees in hindi
  • यदि हम स्वच्छ वातावरण चाहते हैं तो हमें अधिक से अधिक पेड़ों को आरोपित करना होगा
  • प्रकृति में रहने वाले अनेक प्रकार के जीव जंतु चींटी सांप कीड़े मकोड़े आदि पेड़ों पर ही अपना घर बनाकर रहते हैं
  • एक व्यक्ति को 24 घंटों में लगभग 550 लीटर ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है
  • एक स्वस्थ पेड़ एक दिन में कुल 230 लीटर ऑक्सीजन वातावरण में रिलीज करता है
  • इससे आप अनुमान लगा सकते हैं कि पेड़ों का महत्व कितना अधिक है एक व्यक्ति के हिस्से में लगभग 2 पेड़ ऑक्सीजन की पूर्ति कर पाते हैं
  • पेड़ों के कारण ही प्रकृति में जल चक्र, कार्बन चक्र व अनेक प्रकार के प्राकृतिक चक्र पूर्ण हो पाते हैं
  • पेड़ों के कारण ही प्रकृति में संतुलन बना रहता है और समय पर वर्षा होती है
  • पेड़ों के कारण ही हमारा वातावरण शीतल शांत स्वच्छ सुंदर हरा भरा और मनमोहक बनता है
  • पेड़ों के कारण वर्षा जल जमीन में अच्छी तरह से अवशोषित होता है और भोम जल स्तर सामान्य रहता है
  • पेड़ों के कारण प्रकाश संश्लेषण वशीकरण जैसी प्रक्रिया हो पाती है
  • पेड़ों की पत्ती से लेकर पेड़ों की जड़ों तक अनेक प्रकार के जीव जंतु अपना घर बना कर रहते हैं
  • पेड़ों की मजबूत जड़ मिट्टी को पकड़े रखती हैं जिससे मृदा अपरदन यानी मिट्टी के कटाव को रोकने में सहायता मिलती है और नदी का पानी मिट्टी को बाहाकर नहीं ले जाता है
  • नदी तालाब समुद्र आदि के किनारे लगे पेड़ पौधे मिट्टी को पकड़े रखते हैं जिससे नदियों का पानी सुचारु रुप से बहता है
  • वृक्ष की टहनी और पत्ते पानी को अपने अंदर अवशोषित करते हैं जिससे हवा उन्हें छू कर ठंडी होती है और हमें गर्मी से राहत मिलती
  • गर्मियों के मौसम में पेड़ों की छाव हमें शीतल हवा और शांति प्रदान करती है
  • पेड़ वातावरण से कार्बन डाइऑक्साइड वह इससे संबंधित अतिरिक्त हानिकारक गैस से अवशोषित करते हैं और प्राण वायु ऑक्सीजन को रिलीज करते हैं
  • पेड़ वातावरण से सूक्ष्म पार्टिकल पत्तों के माध्यम से रोकते हैं और हमें स्वच्छ मनमोहन और शीतल वायु प्रदान करते हैं
  • आप पेड़ों के महत्व को इस तथ्य से समझ सकते हैं कि एक सामान्य पेड़ 30 लीटर पेट्रोल के प्रदूषणकारी वायु को अवशोषित करने का दम रखते हैं
  • पेड़ ही एकमात्र वह साधन है जिसके माध्यम से हम ग्लोबल वॉर्मिंग वायु प्रदूषण जल प्रदूषण मृदा प्रदूषण जैसी अनेक प्रकार की समस्याओं से बच सकते हैं।
  • पेड़ों से टूटकर गिरने वाले पत्तों फल फूल व अन्य चीजों से मिट्टी की उर्वरा क्षमता बनी रहती है क्योंकि यह मिट्टी में जाकर खाद बन जाते हैं
  • पेड़ों को देखने से हमारा मन शांत होता है और उसके गहरे हरे रंग का हमारे मन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है
  • पेड़ों के महत्व को शब्दों के माध्यम से व्यक्त करना लगभग असंभव है
  • कई ऐसे सकारात्मक और स्वास्थ्य प्रभाव है जिनका अभी तक पता भी नहीं चला है यही कारण है कि पेड़ों के पास जाकर हमें शांति वी शुद्धता का अनुभव होता है
  • पेड़ ईश्वर की तरफ से दिया हुआ एक अमूल्य उपहार है जो हर जीव के लिए अति आवश्यक है
  • हमें पेड़ों को अपने लाभ के लिए नहीं काटना चाहिए और इन्हें अमूल्य धरोहर के रूप में संजो कर रखना चाहिए
  • पेड़ों को अधिक से अधिक रोपित करना चाहिए और इन्हें समय पर पानी खाद आदि प्रदान करनी चाहिए
  • विश्व के सर्वश्रेष्ठ धर्म सनातन धर्म में पेड़ों की पूजा का प्रावधान है जो आज भी बहुत अधिक प्रासंगिक है
  • पेड़ों के पत्तों फूलों व फलों का इस्तेमाल जानवर जीव जंतु वह इंसान अपने भोजन के रूप में करते हैं|

सामाजिक स्तर पर पेड़ों का महत्व

Social importance of trees in hindi
  • पेड़ लगभग सभी जीव जंतुओं को रहने के लिए आश्रय प्रदान करते हैं
  • पेड़ों की टहनियों पर पक्षी घोंसला बनाते हैं और उनकी जड़ों में चींटी सांप व अन्य कीड़े मकोड़े रहते हैं
  • पेड़ प्रत्येक व्यक्ति को और पशु पक्षी को खाने के लिए सामग्री प्रदान करते हैं
  • फूल पत्ती और फलों के साथ-साथ यह हमें अनेक प्रकार की चीजें प्रदान करते हैं
  • सामाजिक स्तर पर पेड़ों का महत्व यहां तक है कि इनकी लकड़ियां पत्ते फल और फूल प्रत्येक भाग को हम दवाइयां के रूप में भी इस्तेमाल करते हैं
  • नीम गिलोय तुलसी अमरूद जामुन एलोवेरा अनेक प्रकार के सभी पौधे पेड़ के आयुर्वेदिक गुणों के कारण बीमारियों से लड़ने में सहायता करते हैं
  • पेड़ पौधों के कारण हमारी मिट्टी उपजाऊ बनी रहती है क्योंकि उनमें फूल पत्ते विफल टूटकर गिरते हैं और प्राकृतिक खाद के रूप में परिवर्तित हो जाते हैं
  • आधुनिक ऐसी या कूलर की तुलना में पेड़ों की छांव बहुत ही सीतल और मनमोहक होती है|
  • सड़कों के किनारे लगे पेड़ वाहनों से निकलने वाले दोहे या अनेक प्रकार की गैसों को अवशोषित करते हैं जिससे वातावरण शुद्ध में स्वच्छ बनता है
  • इसके अतिरिक्त ग्रामीण या शहरी क्षेत्र में मार्ग पर लगे पेड़ राहगीर के लिए छांव भजन व आश्रय प्रदान करते हैं जो उनके लिए प्रकृति का वरदान साबित होता है
  • वृक्ष हमारे पर्यावरण को अनेक प्रकार से शुद्ध करते हैं जैसे वह वातावरण से छोटे पार्टिकल्स को पत्तों के माध्यम से रोकते हैं तथा वातावरण में घुली हानिकारक गैसों को भी अवशोषित करते हैं तथा उसमें ऑक्सीजन रिलीज करते हैं जिस कारण हमारी वायु शुद्ध स्वच्छ व प्राण दायक बनती है
  • ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में पेड़ पौधों की हरियाली और फूलों की खुशबू मां को आकर्षित करती है और प्रसन्नता का प्रभाव छोड़ती है
  • आज के इस बदलते दौर में अधिकतर गांवों में पेड़ों की संख्या नियंत्रित कम होती जा रही है और शहरों में तो पेड़ों का नाम और निशान नहीं है इसलिए पर्यावरण की पुरानी परिभाषाएं बदलती जा रही हैं
  • पेड़ों के कारण ही हमारा वातावरण निर्जीव से सजीव बनता है और बहुत ही आकर्षक लगता है|

धार्मिक आध्यात्मिक स्तर पर पेड़ों का महत्व

Religious importance of trees in hindi
  • पेड़ वह अमूल्य धरोहर है जिसका हिंदू धर्म में अद्वितीय स्थान है
  • हिंदू धर्म में पत्थर जीव जंतुओं अन्य सभी चीजों के साथ-साथ पेड़ों की भी पूजा की जाती है
  • प्रकृति में यदि सभी चीजों को संभालने वाला कोई स्तंभ है तो व वृक्ष हैं
  • पेड़ हमारे धार्मिक जीवन के लिए अमूल्य लकड़ियां फूल फल आदि प्रदान करते हैं
  • हिंदू धर्म में नीम पीपल बरगद केले आदि सभी वृक्षों की पूजा की जाती है
  • प्रकृति में उगे यह पेड़ पौधे ईश्वर से कम नहीं है यह हमें बिना कुछ लिए अनेक प्रकार की अमूल्य चीजें प्रदान करते हैं
  • प्राचीन कहानियां के अनुसार वृक्ष हमें वरदान भी देते हैं तथा हमारे जीवन में सुख समृद्धि प्रदान करते हैं
  • उदाहरण के रूप में बरगद का वृक्ष वातावरण में सबसे ज्यादा ऑक्सीजन प्रदान करता है इसी के साथ इसका धार्मिक महत्व भी है
  • बरगद के वृक्ष में अदृश्य शक्तियां होने का दावा किया जाता है यदि हम बरगद के वृक्ष की पूजा करते हैं तो वह हमें वरदान भी देता है
  • हवन सामग्री अन्य प्रकार की सभी पूजा-पाठ के लिए आम की लकड़ियों व पत्तों का उपयोग किया जाता है क्योंकि यह वातावरण को शुद्ध करने में सहायता करता है
  • उसी प्रकार नारियल का वृक्ष और फल भी प्राकृतिक ईश्वर है इसे श्रीफल भी कहा जाता है तथा सभी देवी देवताओं और ईश्वर को नारियल बहुत ही प्रिय है
  • नीम के वृक्ष के पत्तों पहनियों व लड़कियों का उपयोग दुर्गा मां शीतला माता की पूजा आराधना में किया जाता है
  • अर्थात कह सकते हैं कि हमारे जीवन में प्रत्येक पल बिना वृक्षों के संभव नहीं है
  • वृक्षों का धार्मिक जीवन में भी अद्वितीय महत्व है|

व्यावसायिक स्तर पर पेड़ों का महत्व

Economic importance of trees in hindi
  • पेड़ न केवल मनुष्यों को बल्कि जीव जंतुओं और जंगली जानवरों को भी आश्रय प्रदान करते हैं इसके अतिरिक्त इनका व्यावसायिक महत्व भी है
  • पेड़ काटकर लोग लकड़ियां बेचते हैं जिससे उन्हें आर्थिक लाभ मिलता है
  • पेड़ों से ही फर्नीचर बेड कुर्सी टेबल गेट अलमारी खिड़की जैसी महत्वपूर्ण चीज प्राप्त होती है
  • बड़े-बड़े फर्नीचर उद्योगों से लाभ प्राप्त करने का एकमात्र साधन पेड़ ही हैं
  • पेड़ों के तने से लेकर पत्ती तक आर्थिक लाभ पहुंचाती हैं
  • पेड़ों से हमें ईंधन प्राप्त होता है जिसे बेचकर धन कमा सकते हैं
  • पेड़ों की लड़कियां भी कीमती होती हैं जिन्हें दवाइयां व अन्य चीजों के लिए इस्तेमाल किया जाता है जिससे आर्थिक लाभ जुड़ा है
  • कई स्थानों पर पेड़ों के पल भी बनाए जाते हैं जो बहुत लाभकारी और आर्थिक रूप से बेहतर साबित होते हैं
  • दैनिक जीवन में इस्तेमाल की जाने वाली लाखों चीज पेड़ों से प्राप्त लकड़ी की बनी होती है
  • बड़े-बड़े उद्योग कारखाने एकमात्र कच्चे माल के लिए पेड़ों पर ही निर्भर है
  • पेड़ों से हमें कीमती लड़कियां दवाइयां फल फूल सब्जियां आदि प्राप्त होते हैं जिन्हें बेचकर हम आर्थिक लाभ प्राप्त करते हैं
  • पेड़ों से ही हमें सुख में भी प्राप्त होते हैं जो बहुत कीमती होते हैं जैसे केसर बादाम काजू आदि जिन्हें बेचकर आर्थिक लाभ कमाया जा सकता है
  • खाली स्थान पर पेड़ों को उठाकर उन्हें काटा जाता है तथा बेचकर आर्थिक लाभ कमाया जाता है
  • पेड़ों के बिना व्यावसायिक कार्य भी लगभग असंभव है हर आर्थिक कार्य में पेड़ों का अपना अहम योगदान है|

पेड़ों को काटने से क्या-क्या दुष्परिणाम उठाने पड़ रहे हैं ?

  • पेड़ पूरी प्रकृति को एकमात्र संभालने के लिए एकमात्र साधन है
  • वृक्ष प्रकृति में संतुलन स्थापित करने का एकमात्र संसाधन है
  • पेड़ मिट्टी जलवायु वातावरण आदि सभी चीजों के लिए महत्वपूर्ण है
  • पेड़ों की घटती संख्या वायु प्रदूषण और वायु की गुणवत्ता को प्रभावित कर रही है
  • पेड़ों के कारण ही वातावरण का तापमान बढ़ता जा रहा है जिससे ग्लोबल वॉर्मिंग ग्लेशियरों का पिघलना तापमान का बढ़ना ओजोन परत का नुकसान मिट्टी का कटाव बाढ़ जैसी चीजें झेलनी पड़ रही है
  • वृक्षों की संख्या में कमी के कारण ही वर्षा चक्र में संतुलन स्थापित हो रहा है वर्षा कभी कम होती है तो कभी बहुत अधिक हो जाती है
  • वृक्षों की कमी के कारण वायुमंडल में जहरीली गैस बढ़ती जा रही है जिससे अस्थमा व श्वसन रोग उत्पन्न हो रहे हैं
  • वृक्षों की संख्या में निरंतर गिरावट के कारण अनेक जीव जंतु समाप्त हो रहे हैं जिससे प्रकृति में असंतुलन उत्पन्न हो रहा है
  • शहरीकरण व विकास की इस बढ़ती दौड़ के कारण पेड़ों की संख्या लगातार घटती जा रही है जिस कारण अनेक प्रकार के दुष्परिणाम झेलने पड़ रहे हैं
  • औद्योगिकरण के तेजी से विकास के कारण जल प्रदूषण वायु प्रदूषण व मृदा प्रदूषण बढ़ रहा है जिसकी रोकथाम केवल वृक्ष रोपण से की जा सकती है
  • वृक्षों की जगह बड़े मकान इमारत गाड़ियां ऐ,सी अन्य प्रकार की अप्राकृतिक चीजें ले रही हैं
  • शहरों में पेड़ों की संख्या लगभग ना के बराबर है जिससे वायु की गुणवत्ता जहरीली हो रही है जिससे अनेक प्रकार के रोग उत्पन्न हो रहे हैं
  • पक्षियों का समाप्त होना अकाल पढ़ना सूखा पड़ना जैसी प्राकृतिक आपदाएं केवल पेड़ों की संख्या में कमी के कारण ही हो रही हैं
  • पेड़ों की कमी के कारण ही जल प्रदूषण बढ़ रहा है और जल की गुणवत्ता लगातार खराब होती जा रही है जिससे लोगों में पथरी और किडनी से संबंधित अनेक प्रकार के रोग हो रहे हैं
  • पेड़ों के कारण ही मिट्टी की उपजाऊ क्षमता कमजोर पड़ रही है जिससे लोग केमिकल युक्त चीजों का सेवन कर रहे हैं तथा उनमें अनेक प्रकार के रोग उत्पन्न हो रहे हैं
  • शुद्ध वायु में सांस ना लेने के कारण ही लोगों को मानसिक रोग उत्पन्न हो रहे हैं उन्हें अच्छी नींद नहीं आ रही है उदासी अकेलापन चिड़चिड़ापन जैसी चीजें महसूस कर रहे हैं
  • वातावरण का न्यूनतम तापमान भी बिगड़ता जा रहा है यह सब एसी, फ्रिज, आधुनिक वाहन और पेड़ों की संख्या में कमी के कारण ही हो रहा है

आपको यहां ध्यान देने की आवश्यकता है कि पुराने समय में अनेक प्रकार की बीमारियां नहीं होती थी प्राकृतिक द्वारा दिए गए भोजन के माध्यम से ही शरीर के सभी लोग स्वयं ही समाप्त हो जाते थे

परंतु वायु की गुणवत्ता व खानपान में बदलाव के कारण आज के समय में अनेक प्रकार के नए-नए रोग उत्पन्न हो रहे हैं जिस कारण लोगों का नाश हो रहा है और यह नाच निरंतर होने वाला है यदि मनुष्य ने अपनी हरकतों को नहीं संभाला|

उपसंहार

हमें अपने लालच के लिए पेड़ों को फिर भेंट नहीं चढ़ाना चाहिए
आप यह भली-भांति जानते हैं कि हमें सबसे अधिक ऑक्सीजन उत्तरी पूर्वी राज्यों में पेड़ों के कारण मिलती है अमेजॉन जंगल को धरती का फेफड़ा भी कहा जाता है क्योंकि दुनिया में 20% ऑक्सीजन केवल यही से आती है|

आपको जानकर आश्चर्य होगा कि इंसान यह जानता है कि पेड़ हमारे जीवन के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है और उनके बिना जीवन संभव नहीं है फिर भी लगभग प्रतिवर्ष 40 लाख एकड़ धरती से पेड़ काटे जा रहे हैं जो बहुत ही विश्वसनीय आंकड़ा है|

प्रत्येक व्यक्ति का यह कर्तव्य है कि वह पेड़ों की सुरक्षा करें और उन्हें रोपित करें तथा उनकी देखभाल करें हमें विश्व में पेड़ों के महत्व को बता कर लोगों को जागरूक करना होगा और अधिक से अधिक पेड़ रोपित करने उन्हें जिससे प्रकृति के नुकसान से बच सकते हैं|

पेड़ों के महत्व को समझने और इन्हें अधिक से अधिक आरोपित करने के लिए हमें संगठन बनाकर भी कार्य करना होगा इसके अतिरिक्त सरकार को भी इस प्रकार की चीज करनी होगी तथा पेड़ों की कटाई पर पाबंदी लगाकर इन्हें कानून के नियमों के आधार पर सुरक्षित करना होगा

इस प्रकार ही पेड़ों की सुरक्षा संभव है और पेड़ों की सुरक्षा ही हर व्यक्ति प्राणी की सुरक्षा है|

सरकार भी पेड़ों की सुरक्षा के लिए अनेक प्रकार की चीजें कर रही है आपको जानकर प्रसन्नता होगी कि हिमाचल सरकार ने पेड़ों की कटाई और उनसे संबंधित किसी भी कार्य के लिए पूर्णतया पाबंदी लगा दी है|

यदि हम प्रकृति में संतुलन स्थापित करना चाहते हैं तो हमें आधुनिक तकनीकी को सोच समझकर और जरूरत पड़ने पर ही इस्तेमाल करना चाहिए और उनकी तकनीक में भी संभव परिवर्तन करना चाहिए जिससे पर्यावरण को कम से कम नुकसान पहुंच सके

इसके अतिरिक्त संभव स्थान पर हमें अधिक से अधिक छोटे और बड़े वृक्ष आरोपित करने चाहिए आपकी जानकारी के लिए बता दे की वृक्ष ही हमें लाखों बीमारियों लाखों समस्याओं से बचा सकते हैं वृक्ष ही एकमात्र ऐसा साधन है जो हमारे अनेक प्रकार की समस्याओं का समाधान कर सकते हैं

वृक्ष प्रकृति का एक अमूल्य अंग है तथा उनके बिना जीवन संभव नहीं है वर्षों के कारण ही हमारा जीवन संभव है और प्रकृति में संतुलन स्थापित करना भी इन्हीं के कारण संभव है

इसलिए हमें अपने आसपास के स्थानों पर और संभावित स्थानों पर अधिक से अधिक सुंदर हरे-भरे वृक्ष रोपित करने चाहिए तथा अपने जीवन और वातावरण को सुंदर स्वच्छ और हरा भरा बनाना चाहिए

आपको जानकर प्रसन्नता होगी कि यदि आप प्रकृति को महत्व देते हैं तो प्रकृति भी स्वयं ही आपको महत्व देती है मैं आपके स्वास्थ्य का ख्याल रखें एक पुराने राजनीतिज्ञ ने अपनी पुस्तक में पहले ही लिख दिया है कि यदि आप विकास चाहते हैं तो प्रकृति की ओर बढ़े उन्होंने कहा है कि “बैक टू द नेचर” ||