Gadha aur Dhobi ki kahani | गधे और धोबी की कहानी

Gadha aur Dhobi ki kahani इस लेख में मैं आपको गधे और धोबी की कहानी सुनाने जा रहे हैं आशा करते हैं आपको यह कहानी पसंद आएगी इस कहानी में आप सीखेंगे कि किस प्रकार से गधे और धोबी की कहानी हमें यह सीख देती है|

कि सच्चाई बहुत ही ताकतवर होती है वह एक ना एक दिन सबके सामने आ जाती है इसलिए हमें कभी भी छुपकर झूठे मोटे रूप में नहीं रहना चाहिए हमेशा अपने मूल रूप में लोगों के सामने अपने आपको प्रस्तुत करना चाहिए|

गधे और धोबी की कहानी

एक पुराने समय की बात है एक गांव में एक गरीब धोबी रहता था उसके पास एक गधा था जो बहुत ही कमजोर था क्योंकि उसे खाने पीने के लिए बहुत ही कम दिया जाता था जिस कारण वह दिन प्रतिदिन बहुत ही कमजोर होता जा रहा था गरीब धोबी अपने गधे के लिए खाने पीने का प्रबंध करने में असमर्थ था

gadha aur dhobi ki kahani

फिर गरीब धोबी अपने गधे के स्वास्थ्य को लेकर बहुत ही चिंतित हो जाता था और एक दिन में सोचने लगा कि यदि इस गधे को और कुछ दिन खाने को नहीं मिला तो यह और अधिक कमजोर हो जाएगा और फिर मर जाएगा

इस प्रकार वह गधे को स्वस्थ करने के लिए और उसके खाने पीने के प्रबंध करने के लिए कुछ सोचने लगता है

फिर एक दिन जैसे ही गरीब धोबी अपने गधे को जंगल में चराने ले जा रहा था तो उसे एक मरा हुआ बाघ दिखता है धोबी बुद्धि लगाता है और सोचता है कि क्यों ना इस बाघ की खाल को इस गधे पर चढ़ा दिया जाए जिससे यह किसानों के खेतों में घुसकर स्वादिष्ट और ताजा फसल खा सकेगा जैसे मटन गेहूं मक्का आदि जिससे यह जल्द ही स्वस्थ हो जाएगा

धोबी ऐसा ही करता है गांव में किसानों में हलचल हो जाती है कि हमारी फसल कौन तबाह कर रहा है वह बहुत परेशान हो जाते हैं

फिर एक दिन गांव वाले ध्यान रखते हैं और देखते हैं कि एक बाघ उनके खेत में घुसकर उनकी फसल खा रहा है सभी किसान डर जाते हैं और उसे भगाने की हिम्मत नहीं करते फिर कुछ देर बाद वहां पर एक गधी आ जाती है जिसे देखकर वह बाघ जोर-जोर से भेजूं भेजूं करने लगता है

जिससे सभी गांव वालों को सच्चाई का पता चल जाता है फिर गांव वाले डंडे और लाठी लेकर उस गधे को खूब मारते हैं और खेत से भगा देते|

शिक्षा – इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि सच्चाई कितनी भी छुपा लो वह कभी नहीं छूटती एक ना एक दिन सभी के सामने आ जाती है इसलिए हमें हमेशा सत्य के मार्ग पर चलना चाहिए|