Chidiya ki kahani in hindi | चिड़िया के बच्चे की कहानी

Chidiya ki kahani in hindi इस लेख में हम आपको चिड़िया के बच्चे की कहानी सुनाने जा रहे हैं आशा करते हैं आप इस कहानी से परिश्रम करना सीख जाएंगे और जीवन में किसी भी चीज को सीखने के लिए बार-बार प्रयत्न करने से नहीं डरेंगे|

इसलिए यह कहानी आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है इसे ध्यानपूर्वक पढ़ें क्योंकि आपको जीवन से जुड़ी कई प्रकार की नैतिक शिक्षा प्रदान करेगा जिस प्रकार के गुणों का उपयोग कर आप जीवन में बहुत ही आगे जा सकते हैं और सफल बन सकते हैं|

चिड़िया के बच्चे की कहानी

एक समय की बात है एक गांव में सुंदर सा घर था और उसमें एक हरा भरा जामुन का पेड़ था जिसकी शाखाएं दूर दूर तक फैली थी उस पेड़ पर एक चिड़िया का घोंसला था जिसमें चिड़िया के छोटे बच्चे थे चिड़िया रोजाना अपने बच्चों के लिए बाहर से खाना इकट्ठा करके लेकर आती थी और अपने बच्चों को खिलाती थी धीरे-धीरे समय बीत रहा था|

chidiya ki kahani in hindi

चिड़िया के छोटे-छोटे बच्चे एक दिन अपनी मम्मी से उड़ने के लिए कहते हैं परंतु चिड़िया कहती है कि तुम अभी बहुत छोटे हो जैसे ही तुम थोड़े बड़े हो जाओगे तो मैं तुम्हें उठना सिखा दूंगी

धीरे-धीरे चिड़िया अपने बच्चों को खाना खिलाती है और कुछ समय बाद बच्चे थोड़े बड़े हो जाते हैं और उड़ने के लिए वे अपनी मम्मी से खींची करने लगते हैं और कहते हैं कि मां हमें उड़ना सिखा दो हम आकाश में उड़ना चाहते हैं

फिर चिड़िया अपने बच्चे को पीठ पर बैठ आते हैं और आकाश में उड़ने के लिए चली जाती है चिड़िया आकाश में बहुत ऊंची उड़ती है और वहां से अपने बच्चों को छोड़ देती है

बच्चे अपने पंख फड़फड़ा ते हैं और उड़ने की कोशिश करते हैं वह सही प्रकार से नहीं उड़ पाता फिर इसी प्रकार चिड़िया उन्हें पीठ पर बिठा दी है और थोड़ा ऊपर छोड़ देती है बच्चे दोबारा प्रयास करते हैं और थोड़ा उड़ना सीख जाते हैं

इसी तरह चिड़िया उन्हें बार-बार आकाश में ले जाती है और छोड़ देती है बच्चे धीरे-धीरे उड़ना सीख जाते हैं और फिर चिड़िया के बच्चे चिड़िया के पीछे पीछे उड़कर अपने घर पहुंच जाते हैं

अपने बच्चों को उड़ता देखकर चिड़िया बहुत खुश हो जाती है और भगवान का धन्यवाद करती है क्योंकि यह सब उन्हीं की कृपा है

फिर चिड़िया और उसके बच्चे तीनों मिलकर रोजाना जंगल में घूमने जाते हैं और वहां से खाना इकट्ठा करके लाते हैं और तीनों मिल बांट कर खाते हैं तथा ईश्वर का धन्यवाद करते हैं कि उन्हें इतना स्वच्छ और सुंदर जीवन प्रदान किया|

सीख – इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि यदि हम किसी कार्य को सीखना या करना चाहते हैं तो उसके लिए बार-बार प्रयत्न करना अति आवश्यक है बिना प्रयत्न किए हम किसी भी कार्य को नहीं सीख सकते हैं|