kachua ki kahani in hindi | तीन कछुआ की कहानी

kachua ki kahani in hindi आज के इस लेख में हम आपको तीन कछुओं की कहानी सुनाने जा रहे हैं आशा करते हैं आप इस कहानी से बहुत सारी नैतिक चीजें सीखेंगे इस कहानी के माध्यम से आप सीखेंगे की हमें अपने मित्रों के साथ किस प्रकार का व्यवहार करना चाहिए,

और उनके साथ कैसे रहना चाहिए और सहयोग में और एकता में कितनी शक्ति होती है इस प्रकार की कई नैतिकता की बातें आप इस कहानी से सीख सकते हैं इसलिए आप इस कहानी को ध्यानपूर्वक पढ़ें|

तीन कछुआ की कहानी

बहुत ही पुराने समय की बात है एक जंगल में एक तालाब के किनारे तीन कछुए रहते थे तीनों में बहुत ही गहरी मित्रता थी परंतु उनमें से एक कछुआ अपने मित्रों की छोटी-छोटी बातों पर नाराज हो जाता था और उनसे गुस्सा होकर उनसे दूर चला जाता था यह उस कछुए की आदत सी बन गई थी|

एक दिन तीनों कछुए आपस में बातें कर रहे थे फिर वही कछुआ उनकी बातों पर नाराज होता है और उन्हें छोड़कर दूर चला जाता है और चलते हुए वह एक पत्थर पर चल रहा होता है तभी अचानक उसका पैर फिसलता है और वह जमीन पर उल्टा गिर जाता है और अपने पैरों को हिलाने लगता है और जंगली जानवरों से मदद के लिए चिल्लाता रहता है कोई मेरी मदद करो, परंतु कोई भी मदद के लिए नहीं आता

फिर कुछ समय बाद कछुआ चिल्लाता रहता है और वहां पर एक बंदर गुजर रहा होता है बंदर कछुए को देखकर हंसने लगता है और कहने लगता है कि तुम उल्टे ही अच्छे लग रहे हो, इस बात को सुनकर कछुआ और भी अधिक क्रोधित और नाराज हो जाता है

समय बीता रहता है परंतु कछुए की मदद के लिए कोई भी जंगली जानवर या पशु नहीं आता

फिर अंत में कछुए के दोनों मित्र को पता चलता है कि हमारा मित्र बुरी परिस्थिति में है या फिर किसी मुसीबत में है इतने मैं दोनों कछुए अपने मित्र को ढूंढने के लिए निकल पड़ते हैं और ढूंढते ढूंढते उन्हें वह कछुआ दिखता है फिर वह दोनों कछुए अपने मित्र कछुए को सीधा करते हैं और उसे अपने साथ घर ले कर आ जाते हैं

घर लाने के बाद रे कछुए को खाना खिलाते हैं और उसकी चोट पर पत्ते किस कर लगा देते हैं

जिससे वह कछुआ जल्द ही स्वस्थ हो जाता है अपने दोस्तों की मदद को देखकर तीसरा कछुआ भी अपना व्यवहार दोनों कछुए जैसा कर लेता है और दोनों मित्रों से माफी मांगता है

इस प्रकार तीनों की मित्रता और भी गहरी हो जाती है और वह कठिन परिश्रम करने के बाद एक हास्य पुष्ट और स्वस्थ जीवन जी रहे होते हैं|

शिक्षा – इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि हमारे मित्र ऐसे होने चाहिए जो बुरे समय में हमारी मदद कर सकें, इस कहानी से हम यह भी सीख सकते हैं कि जिन दोस्तों का हम बुरा मानते हैं, बुरे समय में वही हमारे काम आते हैं|